Chhath Puja 2024 छठ पूजा करने पर सुंदरनगर के शुकदेव वाटिका में भड़का साधु
HIMACHAL TODAY News,
सुंदरनगर और निकट के इलाकों में रह रहे श्रद्धालुओं ने चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव पर शुक्रवार को प्रातः शुकदेव वाटिका में बने जलाशय में छठ पूजा के अंतिम दिन पानी में खड़े होकर श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य देव को अर्घ्य दिया। वाटिका में बने तलाव पर श्रद्धालु पहुंचे और पूजा अर्चना की।
इस दौरान शुकदेव वाटिका में बने मंदिर में साधु ने श्रद्धालुओं को रोकने का प्रयास किया और बाधा डाली है। लेकिन श्रद्धालुओं ने अपनी पूजा पूरी की है।
सूर्य देव को अर्ध देकर पूजा अर्चना।
छठ पूजा के आयोजन को लेकर प्रबंध निधि किए जाने के कारण श्रद्धालुओं ने शुकदेव वाटिका में सूर्य देव को अर्ध देकर पूजा अर्चना की है।
देश भर में 36 घंटे के निर्जला व्रत के समापन पर छठ पूजा संपन्न
वहीं दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ महोत्सव का समापन किया। वहीं, जहां देश भर में बड़े शहरों में कस्बों तथा नगरी में शुक्रवार को 36 घंटे के निर्जला व्रत के समापन पर विभिन्न घाटों पर खूब रौनक रही। भोर में ही लोग घाटों पर एकत्र हो गए थे।
घाट दीयों की रोशनी से जगमग किए गए थे। लोगों को सूर्य देव को अर्घ्य दिया। इसके बाद व्रत के समापन पर ठेकुआ का प्रसाद बांटा गया। वाटिका में कई जगह छठ के समापन की धूम रही। भोजपुरी अवध समाज की ओर से बड़ा आयोजन किया गया था।
साधु ने पूजा का क्यों किया विरोध
अब श्रद्धालुओं को उनकी पूजा पूरी करने से साधु को क्यों आपत्ति हुई और पूजा अर्चना को रोका गया। इसे लेकर भी भारी रोष जताया गया। जबकि शुकदेव वाटिका सुखदेव ऋषि की तपस्या स्थली है और ऋषि की पूजा स्थली के रूप में प्रसिद्ध है, तो भला पूजा पर साधु की समस्या समझ नहीं सिर्फ प्रवासी लोगों के विरोध भर के लिए किया कृत्य मात्र रही है।
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