Para workers: पैरा वर्कस ने नियमित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर सुक्खू सरकार को याद कराए वादे

Para workers: पैरा वर्कस ने नियमित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर सुक्खू सरकार को याद कराए वादे 

Pera workers: पैरा वर्कस ने नियमित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर सुक्खू सरकार को याद कराए वादे

Himachaltoday.in 

धर्मशालाः धर्मशाला में जल शक्ति विभाग के पैरा वर्कर्स ने नियमित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और सुक्खू सरकार को पुर्व में किए वादे याद कराए। जबकि भाजपा के विधायक पैरा वर्कर्स की मांग को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने की फिराक में रहे। वंही पैरा वर्कर्स सीएम और डिप्टी सीएम से मिलने पर अडे रहे।    

वेतन वृद्धि और नियमितीकरण करने की प्रमुख मांग

हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन के दौरान पैरा वर्कर्स जोरावर स्टेडियम पहुंचे। प्रदेश के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में पैरा वर्कर्स ने यहां पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के सत्ता में आने से पहले किए गए वादों के वीडियो भी दिखाए. पैरा वर्कर्स की वेतन वृद्धि और नियमितीकरण करने की प्रमुख मांग हैं. उन्होंने कहा कि उनको जो मासिक मानदेय मिल रहा, उसमें गुजारा करना मुश्किल हो गया है, उनसे तय किए घंटों से अधिक काम लेकर शोषण किया जा रहा है.

सीएम और डिप्टी सीएम से मिलने की मांग पर अडे रहे पैरा वर्कर्स

पैरा वर्कर्स ने कहा कि उन्होंने कई बार उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया. मगर आज वो इतनी दूर से अपनी मांगें रखने के लिए जोरावर स्टेडियम में इकट्ठे हुए हैं. ऐसे में हर हाल में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं बताकर ही यहां से हटेंगे.



स्टेडियम पहुंचे प्रदर्शनकारी पैरा वर्कर्स ने कहा कि आपदा के समय में अपनी जान को जोखिम में डालकर हमने काम किया, लेकिन सरकार हमारी समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है.

पैरा वर्कर्स ने करवाई आपदा के समय की याद

 पैरा पंप एवं मल्टी टास्क वर्कर्स संघ जल शक्ति विभाग के प्रदेशाध्यक्ष अमन शर्मा ने कहा कि साल 2017 में कांग्रेस सरकार के समय पैरा वर्कर्स की भर्ती हुई और भाजपा सरकार के समय इस काडर को जल शक्ति विभाग में मर्ज किया गया. उस समय पैरा वर्कर्स को 3900 से 4600 मासिक वेतन दिया जाता। जबकि अब पैरा वर्कर्स को 5000 से 6300 रुपए मासिक वेतन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में इससे गुजारा करना भी मुश्किल है. उप मुख्यमंत्री के पास जल शक्ति विभाग का मंत्रालय भी है, लेकिन उन्होंने आज दिन तक हमारी मांगे नहीं सुनी है और न मिलने का टाइम दिया है. अब हम इन से मिलकर ही जाएंगे, वरना यहीं बैठे रहेंगे.

पैरा वर्कर्स को इस मासिक वेतन में गुजारा करना मुश्किल

अगर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री अभी नहीं मिलते हैं तो आगामी फरवरी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जो तब तक जारी रहेगा जब तक की हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं. 8 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद भी नियमित नहीं किया जा रहा है. इतने कम वेतन में घर का गुजारा नहीं चलता है.


वीडियो दिखा कर करवाई पक्की नौकरी देने की बात 

प्रदेशाध्यक्ष अमन शर्मा ने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए नौकरियों की बात की गई। डिप्टी सीएम को सत्ता में आने से पहले के वादे याद दिलाते हुए वीडियो दिखा कर कहा कि इसमें डिप्टी सीएम कह रहे थे कि पक्की नौकरी दी जाएगी. 58 साल वाली पेंशन वाली नौकरी दी जाएगी. ऐसी 2500-3500-4500 वाली नौकरी बिल्कुल बंद की जाएगी. लेकिन अब सत्ता में आने के बाद भी कुछ नहीं किया जा रहा है.

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