Cm Sukhu: ढगवार में हर दिन 1.5 लाख लीटर (LLPD) देने वाला मिल्क प्लांट शुरू

 Cm Sukhu:  ढगवार में हर दिन 1.5 लाख लीटर  (LLPD) देने वाला मिल्क प्लांट शुरू


Cm Sukhu:  ढगवार में हर दिन 1.5 लाख लीटर  (LLPD) देने वाला मिल्क प्लांट शुरू

Himachaltoday.in

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीरवार को ढगवार में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखी। प्लांट का 20 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने आधारशिला रखने के बाद प्लांट के निर्माण कार्य का जायजा लिया। 

इस मौके पर पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष कैबिनेट रैंक भवानी पठानिया, डिप्टी चीफ व्हिप केवल सिंह पठानिया, विधायक आशीष बुटेल, सुदर्शन बबलू, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार आईटी गोकुल बुटेल, पूर्व सांसद विप्लव ठाकुर, चेयरमैन रामचन्द्र पठानिया, धर्मशाला से पूर्व कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र जग्गी, धर्मशाला नगर निगम की मेयर नीना शर्मा, एपीएमसी चेयरमैन कांगड़ा नरेंद्र मोंगरा इत्यादि मौजूद रहे।

मिल्क प्लांट का उद्देश्य

हिमाचल प्रदेश सरकार ढगवार में 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन (LLPD) क्षमता वाले एक स्वचालित दूध प्रसंस्करण संयंत्र का निर्माण कर रही है, जिसे भविष्य में 3 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकता है। इस परियोजना से राज्य के दूध उत्पादकों और पशुपालकों के लिए नए अवसर और लाभ प्राप्त होंगे।

चार जिलों से दूध खरीद की योजना

इस संयंत्र के लिए दूध की खरीद मुख्य रूप से कांगड़ा, ऊना, चंबा और हमीरपुर जिलों से की जाएगी। इससे लगभग आधा हिमाचल प्रदेश सीधे तौर पर लाभान्वित होगा। इसके अलावा, इन जिलों में सहकारी समितियों के गठन पर जोर दिया जा रहा है, ताकि दूध संग्रहण की प्रक्रिया मजबूत हो सके और स्थानीय डेयरी किसानों को बेहतर बाजार मिले।

उत्पादों की विविधता

यह मिल्क प्लांट दूध, टोंड दूध, डबल टोंड दूध, फ्लेवर्ड दूध, दही, पनीर, लस्सी, खोआ और मोजेरेला चीज जैसी मूल्यवर्धित डेयरी उत्पादों का उत्पादन करेगा। इससे न केवल दूध उत्पादन की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया जाएगा, बल्कि डेयरी उद्योग को एक नई दिशा मिलेगी।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा हिमाचल प्रदेश में दूध आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ‘हिम गंगा’ योजना की घोषणा की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के पशुपालकों को उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पादों के लिए एक विश्वसनीय बाजार उपलब्ध कराना है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी।

समग्र विकास की दिशा में कदम

उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि इस मिल्क प्लांट के निर्माण से क्षेत्र में डेयरी फार्मिंग की लाभप्रदता में सुधार होगा और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, इस परियोजना से स्थानीय डेयरी किसानों की भागीदारी और समावेशिता सुनिश्चित होगी।

इस अत्याधुनिक मिल्क प्लांट के निर्माण से राज्य के दूध उत्पादकों और पशुपालकों के लिए नए रोजगार और समृद्धि के रास्ते खुलेंगे। साथ ही, यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी।

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