Aapda Prabandhan: Mandi DC ने 26 सर्व स्वयसेवकों को आवार्ड भेंट कर किया सम्मानित
Himachaltoday.in
मंडी में उपायुक्त अपूर्व देवगन ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व जिला रैडक्रास सोसायटी के तत्वाधान में आयोजित सर्व दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और उन्होंने 26 सर्व स्वयसेवकों को आवार्ड व मानदेय भी प्रदान किये। इस अवसर पर दर्द नहीं हुए सांझा. प्रशासन ने हाल नहीं पूछा।
हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में मानवकृत व प्राकृतिक आपदाओं का होना स्वाभाविक है। यहां पर भूकम्प, बस दुर्घटनाएं, भारी बरसात व हिमपात होने जैसी घटनाएं देखने को मिलती है, जिसे निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आपदा रक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि सर्व कार्यक्रम के तहत हर पंचायत स्तर पर युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
165 मास्टर ट्रेनर व 10800 सर्व स्वयंसेवक
सर्व के तहत मंडी जिला की सभी 559 पंचायतों में आपदा प्रबंधन की कमेटियां तैयार की गई है, जिसमें वर्तमान में 165 मास्टर ट्रेनर व 10800 सर्व स्वयंसेवक जिला में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पंजीकृत किए गए है।
- 350 रूपए दिहाडी पर सालों से जोखिम में डाल कर सेवा दे रहे आपदा प्रबंधन के सर्व
- कोरोना और अन्य आपदा के दौर में 12 घंटे सेवाएं देने वाले सर्व के हाल बेहाल
- आपदा प्रबंधन के सर्व और मास्टर ट्रेनर को एक सम्मान 350 रूपए दिहाडी दे रहा आपदा प्रबंघन
कोरोना और अन्य आपदा के दौर में 12 घंटे सेवाएं देने वाले सर्व के हाल बेहाल
रेड क्रास सोसायटी और आपदा प्रबंधन के आपदा सर्व और मास्टर ट्रेनर न चाहते हुए भी अनदेखी के शिकार हैं। मंडी जिले में उपमंडल और ग्रामीण स्तर पर आपदा के दौरान विभिन्न रूप से इंसानियत के रक्षक के रूप में सेवाएं प्रदान करने के लिए आपदा सर्व की टीम तैयार की गई है। इनमें मास्टर ट्रेनर भी तैयार किए गए है। वर्तमान में संख्या में 10800 सर्व स्वयंसेवक है। वंही मास्टर ट्रेनर की संख्या भी 165 हो गई है। मास्टर ट्रेनर सर्व को शहर के साथ साथ गांवों में स्कूल कालेज और ग्राम पंचायत के लोगों को आपदा के निपटने के लिए प्रशिक्षण देने होता है।
कोरोना और अन्य आपदा के दौर में 12 घंटे सेवाएं देने वाले सर्व के हाल बेहाल
कोरोना और अन्य आपदा के दौर में 12 घंटे सेवाएं देने वाले सर्व के हाल बेहाल है। आपदा के लिए आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर के रूप में सर्व को आमंत्रित भी नहीं किया जाता है। रेड क्रास और प्रशासन द्वारा आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में इस टीम को आमंत्रित किया जाता है और इस टीम को इस से 12 घंटे तक सेवाएं प्रदान करने पर दिहाडी के रूप मेें 350 रूपए प्रदान किए जाते है। लेकिन रेड क्रस और प्रशासन के अलावा आयोंजित किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन्हे न आमंत्रित किया जाता और किसी तरह कार्यक्रम में शामिल हो गए तो इन्हे कोई दिहाडी नही दी जाती है। इस संबंध में प्रशासन ने भी कभी कोई पहल नहीं की।
उपायुक्त ने इस अवसर पर सर्व के वार्षिक कलैंडर का विमोचन भी किया।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर, एसडीएम ओमकांत ठाकुर, तहसीलदार निर्वाचन राजेश शर्मा, जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया, आईटीआई के प्रधानाचार्य रविन्द्र सिंह बनयाल सहित निर्वाचन विभाग के बूथ लेबल आफिसर भी उपस्थित थे।
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