Nihari CHC Emergency Close: निहरी अस्पताल में अमरजेंसी में इलाज पूरी तरह से बंद
HimachalToday.in सुंदरनगर उपमंडल के निहरी में सीएचसी अस्पताल भवन को चिकित्सकों ने ही ताला जड दिया है। निहरी के इतिहास में पहली बार अस्पताल में ताला देख कर स्थानीय लोग और दर्जनों पंचायत प्रतिनिधि हैरान है और चिकित्सा सेवा में उचित प्रबंध करने में नाकाम रहे चिकित्सों को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की चिकित्सा सेवा में शिमला मेें तैनात करने की मांग करने लगे है।
अपनी चरम पर मंडी की अनदेखी
मंडी संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की दस में 9 सीटों पर कांग्रेस के हारने के परिणाम सामने आने लगे है। हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के सता में आने से प्रदेश के विकास और आमजन की सुविधा के विकास कार्य एक तरफ है, लेकिन दूसरी तरफ मंडी की अनदेखी अपनी चरम पर है। कांग्रेस के हर विधानसभा क्षेत्र के खुक्खू के करीबियों की एक बडी संख्या है। लेकिन इनके होने और न होने का आमजन को कोई फायदा मिल रहा होगा। यह अपने आप में एक अलग विषय है।
निहरी के इतिहास में पहली बार अस्पताल में लगा ताला देख भडके लोग
आरोप है कि सुंदरनगर उपमंडल के निहरी में सीएचसी अस्पताल का दर्जा प्राप्त अस्पताल के गेट और मेन डोर सहित शनिवार शाम से आधा दर्जन ताले लटका दिए गए है। जिससे से अस्पताल में अमरजेंसी, सहित डे अमरजेंसी तथा अन्य आपात स्थिति में इलाज की सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
बता दें आपात स्थिति में सीएचसी निहरी के अलावा किसी रोगी को इलाज के लिए करसोग, संुदरनगर और नेरचैक मेडिकल कालेज में जाना पडता है। रोगी को 60 से 100 किलोमीटर की दूरी तय करनी पडेगी। एक 108 एंम्बुलेंस के अलावा ऐसे रोगी को निजी वाहन व टैक्सी के माध्यम से ही पहंुचाया जा सकता है।
अस्पताल प्रभारी को मुख्यमंत्री की चिकित्सा सेवा में शिमला मेें भेजने की मांग
निहरी अस्पताल प्रभारी को मुख्यमंत्री की चिकित्सा सेवा में शिमला मेें भेजने की मांग करते हुए लोगों ने जल्द कार्रवाई की मांग की है।
प्रधान हुक्कमी देवी, उप प्रधान गोपाल, प्रधान घडोई जया शर्मा,उप प्रधान बिहारी, प्रधान जरल चिंतामणि, उप प्रधान श्याम लाल, बीडीसी चंपा देवी और यतिंद्रा देवी, उप प्रधान किशोरी लाल, पुव्र प्रधान सोहन लाल, प्रधान नेत्र सिंह और विक्की ठाकुर ने कहा कि आपात स्थिति में क्षेत्र के दायरे में इलाज की कोई सुविधा नहीं है।
टैक्सी से मेडिकल कालेज नेरचैक लाना पड गया रोगी
शनिवार शाम को स्टोन के रोगी अस्पताल इलाज को आया, निहरी अस्पताल बंद होने के कारण बार बार स्टाफ और चिकित्सक से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन किसी ने मदद नहीं की। परिणाम स्वरूप देर शाम को इलाज के लिए आए स्टोन के रोगी को मजबूरन हजारों खर्च करके टैक्सी के माध्यम से नेरचैक मेडिकल कालेज में लाना पडा है। जबकि कई रोगी परेशान होकर अन्य निजी क्लीनिक व जगहों की शरण में चले गए है।
चिकित्सक के पक्ष में आए बीएमओं रोहांडा
अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक नर्सो के पद खाली होने का आरोप लगा रहे है। रोहांडा स्थित सुंदरनगर खंड चिकित्सा अधिकारी कोई जनहित का रास्ता निकालने की बजाय नर्सों के चार खाली पदों के चलते मजबूरी जता कर चिकित्सक के पक्ष में आए है।
चार नर्सों के तबादले लेने से आई समस्या
सीएचसी का दर्जा मिलने के बाद से 12 इन्डोर पेसेंट के लिए वार्ड की सुविधा के साथ निहरी अस्पताल में दो चिकित्सक, पांच नर्स, दो फार्मासिस्ट, एक वार्ड सिस्टर और चतुर्थ श्रेण का दो पद भरे हुए है। लेकिन बीते कई दिनों से यहां से एक एक करके चार नर्सों के तबादले लिए है। जिससे समस्यां पेश आई है।
इधर, इस संबंध में बीएमओ रोहांडा कंवर गुलेरिया ने कहा कि अस्पताल में ताला लगाने की जानकारी मिल चुकी है। नर्सों के चार पद खाली होने चिकित्सक प्रभारी को यह करना पडा है।
0 Comments